देहरादून । लच्छीवाला टोल प्लाजा पर बढ़े हुए टोल शुल्क और अन्य समस्याओं को लेकर राष्ट्रवादी रीजनल पार्टी ने आज जोरदार प्रदर्शन किया। पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष शिवप्रसाद सेमवाल के नेतृत्व में हुए इस प्रदर्शन में राष्ट्रीय राजमार्ग मंत्रालय को ज्ञापन भेजकर टोल शुल्क में कटौती की मांग की गई। प्रदर्शनकारियों ने चेतावनी दी कि यदि जल्द समाधान नहीं हुआ तो टोल प्लाजा के खिलाफ उग्र आंदोलन किया जाएगा।
राष्ट्रवादी रीजनल पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष शिवप्रसाद सेमवाल ने बताया कि लच्छीवाला टोल प्लाजा से गुजरने वाले यात्रियों को अनुचित शुल्क देना पड़ रहा है। उन्होंने कहा कि टोल रोड की कुल लंबाई 37 किलोमीटर है, लेकिन गढ़वाल के छह जिलों से आने वाले यात्री केवल 12 किलोमीटर ही इस सड़क का उपयोग करते हैं, इसके बावजूद उनसे पूरे 37 किलोमीटर का शुल्क लिया जाता है। उन्होंने मांग की कि टोल शुल्क को कम से कम दो-तिहाई तक घटाया जाए।
प्रदर्शन में शामिल सोशल एक्टिविस्ट के पी बडोनी ने कहा कि लच्छीवाला टोल प्लाजा पर्यावरणीय रूप से गलत स्थान पर बनाया गया है और इसे यहां नहीं होना चाहिए था। वहीं, उत्तराखंड किसान सभा के उपाध्यक्ष जाहिद अंजुम ने कहा कि टोल प्लाजा के 20 किलोमीटर के दायरे में स्थानीय वाहनों के लिए निशुल्क पास जारी किए जाएं। उन्होंने आरोप लगाया कि नए वाहनों के लिए फ्री पास जारी करना बंद कर दिया गया है, जो गलत है और इसके खिलाफ उग्र आंदोलन किया जाएगा।
प्रदर्शन में शामिल उपेंद्र सकलानी ने कहा कि यदि सरकार ने टोल शुल्क में कटौती नहीं की तो यात्री मजबूरन भोपालपानी और मोथरोवाला के वैकल्पिक मार्गों का उपयोग करने लगेंगे, जिससे सरकार को राजस्व का नुकसान होगा।
प्रदर्शन के दौरान राजवीर खत्री ने चेतावनी दी कि यदि जल्द ही टोल शुल्क कम नहीं किया गया और अन्य मांगों पर कार्रवाई नहीं हुई तो टोल प्लाजा के खिलाफ उग्र आंदोलन छेड़ा जाएगा और इसे हटाने की दिशा में कदम उठाए जाएंगे।