प्रयागराज। प्रयागराज के स्वरूप रानी अस्पताल में तैनात उत्तराखण्ड मूल के एक डॉक्टर का शव कार में मिला है। वह स्वरूप रानी अस्पताल (SRN) में तैनात थे। परिजनों ने उनकी हत्या की आशंका जताई है और पुलिस से निष्पक्ष जांच की मांग की है। जानकारी के अनुसार कोटद्वार के अपर कालाबड़ निवासी डाक्टर कार्तिकेय (27) प्रयागराज के स्वरूप रानी अस्पताल में कार्यरत थे। सूत्रों के अनुसार वह शनिवार सुबह करीब 9 बजे ऑर्थो के ऑपरेशन थियेटर में आए थे और उन्होंने अपने जूनियर से हाथ में वीगो लगाने के लिए कहा था। उनके कहने पर जूनियर डाक्टर ने उनके हाथ में वीगो लगा दिया। इसके बाद डॉ. कार्तिकेय वहां से चले गए और फिर वह दिनभर अस्पताल नहीं आए। उनके साथियों ने उन्हें फोन किया था, लेकिन फोन नहीं उठा। रात को जब घर जाने लगे तो जूनियर डॉक्टरों ने कार्तिकेय की कार हॉस्पिटल कैंपस में SIC ऑफिस के बाहर पार्किंग में देखा। उसके बाद डाक्टर कार के पास गए तो कार्तिकेय कार में बेसुध पड़े दिखाई दिए, जबकि कार का दरवाजा खुला था। इसके बाद डाक्टर उन्हें तुरंत 8 नंबर मेडिसिन वार्ड ले गए । जहां जांच के बाद डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया। सूचना पर मौके पर पहुंची पुलिस ने पुलिस ने कार की तलाशी ली तो पुलिस को सिरिंज और एनेस्थीसिया में इस्तेमाल होने वाले इंजेक्शन की शीशी मिली। पुलिस के अनुसार पोस्टमॉर्टम के बाद मौत की वजह की स्थिति साफ होगी कि मौत इंजेक्शन लगाने की वजह से हुई या फिर किसी और वजह से। पुलिस यह भी जांच कर रही कि डॉक्टर ने खुद इंजेक्शन लगाए या किसी और ने उन्हें इंजेक्शन लगाया था। पुलिस को कार से कोई सुसाइड नोट भी नहीं मिला है। डॉक्टर स्टैनली रोड पर किराए के मकान में रहते थे। उनकी दो बड़ी बहनें हैं। बड़ी बहन डॉक्टर अदिति जेल अधीक्षक हैं, जबकि दूसरी बहन डॉक्टर हैं। परिजनों ने उनकी हत्या की आशंका जताई है और पुलिस से निष्पक्ष जांच की मांग की है।