देहरादून। सावन के अंतिम सोमवार को प्रदेशभर के शिवालयों में जलाभिषेक को भक्तों की भीड़ उमड़ी। हरिद्वार के विभिन्न शिवालयों में भी शिव भक्तों ने जलाभिषेक किया हरिद्वार के प्रसिद्ध मंदिर दक्ष प्रजापति मंदिर बिल्वकेश्वर मंदिर दरिद्र भंजन मंदिर , गौरीशंकर मंदिर सहित नीलेश्वर महादेव मंदिर में भी सुबह से ही श्रद्धालुओं का तांता लगना शुरू हो गया था आइए आज आपको दर्शन करते हैं पौराणिक मंदिर नीलेश्वर महादेव के जहां भगवान शिव स्वयंभू शिवलिंग के रूप में प्रकट हुए थे और कैलाश से अपने ससुराल में अपनी अर्धांगिनी माता सती की जिद पर उनके पिता द्वारा बिना बुलाए आए थे और यही नील पर्वत की चोटी पर रुक गए थे । मंदिर के पुजारी ने बताया कि यह ऐतिहासिक एवं पौराणिक मंदिर है यहीं से भगवान शिव ने कनखल स्थित दक्ष प्रजापति मंदिर में राजा दक्ष के हवन का दृश्य देखा था और पिता के द्वारा पति का अपमान होने के कारण माता सती ने अपने आप को योग अग्नि द्वारा भस्म कर लिया था । यहां स्वंभू शिवलिंग है और उसके दर्शन करने से मन को शांति मिलती है और सभी मनोकामनाएं पूर्ण होती हैं।
बाइट :नागेश श्रद्धालु