खतरे की जद में आए ग्रामीणों का होगा विस्थापन

नैनीताल । विकास खण्ड भीमताल के आपदा प्रभावित खूपी गांव में खतरे की जद में आए 18 परिवारों को तात्कालिक रूप से 6 माह का किराए पर विस्थापन करने के साथ ही उनके स्थाई रूप से विस्थापन के लिए विस्थापन नीति व अन्य विकल्पों के तहत प्रस्ताव शासन को भेजे जाएंगे। 18 परिवार जिनके मकान अत्यधिक खतरे की जद में आ गए हैं उनका विस्थापन नीति के तहत अन्यत्र सुरक्षित स्थान पर भूमि सहित मकान उपलब्ध कराया जाएगा इस माह एक माह के भीतर जिले से शासन को प्रस्ताव भेजा जाएगा। तीसरे विकल्प के तहत राजस्व विभाग द्वारा सभी आपदा प्रभावितों की भूमि का कुल हिस्सा,रकबा निकाला जाएगा,उन्हें उतनी ही भूमि मकान सहित अन्यत्र सुरक्षित स्थान पर उपलब्ध कराए जाने का भी प्रस्ताव तैयार कर शासन को भेजा जाएगा।
जिलाधिकारी वंदना ने विकास खण्ड भीमताल के आपदा प्रवाहित ग्राम खूपी का भ्रमण कर गांव का स्थलीय निरीक्षण किया, साथ ही उन्होंने गांव में जनसुनवाई कर ग्रामीणों की समस्याएं सुनी तथा उनके समाधान हेतु आवश्यक निर्देश मौके पर उपस्थित अधिकारियों को दिए।
इस दौरान जिलाधिकारी ने गांव में हो रहे भूधसाव के कारण खतरे की जद में आए कुल परिवारों की जानकारी लेते हुए प्रभावितों से वार्ता की। इस दौरान उप जिलाधिकारी प्रमोद कुमार ने अवगत कराया कि गांव का पूर्व में ही सर्वे कर लिया गया है। 18 मकान ऐसे हैं जो तात्कालिक खतरे की जद में हैं। इस संबंध में जिलाधिकारी ने कहा भविष्य में किसी भी प्रकार की अप्रिय घटना न हो इस हेतु सुरक्षा के दृष्टिगत इन परिवारों को आपदा विस्थापन नीति के तहत 6 माह तक का मकान किराया उपलब्ध कराते हुए इन परिवारों को सुरक्षित स्थानों में शिफ्ट कराया जाय,साथ ही इन परिवारों को नजदीक ग्रामों में जहॉं भूमि उपलब्ध है,वहॉं विस्थापित करने हेतु शीघ्र प्रस्ताव तैयार कर शासन को भेजने के निर्देश उपजिलाधिकारी को दिए। उन्होंने कहा कि पूरे गांव का सुरक्षा के दृष्टिगत पुनः सर्वे कर रिपोर्ट उपलब्ध कराएं। उन्होंने कहा राजस्व विभाग गांव के प्रत्येक प्रभावित की कुल भूमि जो उनके नाम राजस्व अभिलेखों में दर्ज हैं उनकी भी रिपोर्ट तैयार करें,ताकि भूमि के बदले भूमि उपलब्ध हो इस प्रकार का भी एक प्रस्ताव तैयार कर शासन को भेजा जाय,इस संबंध में ग्रामीणों को भी आम सहमति बनानी होगी। निरीक्षण के दौरान जिलाधिकारी ने अधिशासी अभियंता सिंचाई से गांव में हो रहे भूधसाव की रोकथाम हेतु 24 लाख की धनराशि से किए जा रहे सुरक्षात्मक कार्यो की प्रगति की जानकारी लेते हुए शीघ्रता से गुणवत्ता पूर्वक कार्य करने के निर्देश देने के साथ ही गांव के दोनों ओर बह रहे नाले से हो रहे भूकटाव की रोकथाम व गांव में हुए नुकशान की दीर्घकालीन मरम्मत व सुरक्षात्मक कार्यों के अलग अलग प्रस्ताव तैयार कर उपलब्ध कराने के निर्देश भी सिंचाई विभाग को दिए।जिलाधिकारी ने कहा कि गांव की सुरक्षा के लिए जो भी कार्य करने की आवश्यकता है व यथा शीघ्र कराए जाय।
जनसुनवाई के दौरान गांव में क्षतिग्रस्त सिंचाई लाईन की मरम्मत की मांग जिलाधिकारी के सम्मुख रखी गई जिस पर जिलाधिकारी ने 7 दिन के भीतर पानी सुचारू करने हेतु मरम्मत करने के निर्देश ईई सिंचाई को दिए। गांव में पेयजल की समस्या के संबंध में जिलाधिकारी ने जल संस्थान को जल जीवन मिशन की पेयजल लाइन निर्माण कार्य पूर्ण होने तक गांव की क्षतिग्रस्त पुरानी पेयजल लाइन की मरम्मत कर ग्रामीणों को 10 दिन में इस लाइन से पेयजल आपूर्ति के निर्देश दिए। तथा जल जीवन मिशन के अंतर्गत निर्माणाधीन पेयजल टैंक तथा लाइन का निर्माण कार्य 45 दिन में करने के निर्देश दिये।
गांव में भूधसाव से झुके विद्युत पोल को ठीक कराने एवं ट्रांसफार्मर लगाए जाने की ग्रामीणों की मांग पर अधिशासी अभियंता विद्युत द्वारा अवगत कराया कि उक्त कार्य हेतु टेंडर प्रक्रिया पूर्ण हो गई है,एक सप्ताह में कार्य प्रारंभ हो जाएगा। इस दौरान आंगनवाड़ी भवन व जीआईसी भवन की मरम्मत की मांग पर जिलाधिकारी ने कहा कि बच्चों की सुरक्षा महत्वपूर्ण है, इसमें किसी भी प्रकार की लापरवाही बर्दाश्त नहीं होगी,उन्होंने तत्काल आपदा मद में प्रस्ताव तैयार कर प्रस्तुत करने के निर्देश शिक्षा अधिकारी को देते हुए ग्रामीणों को अवगत कराया कि शीघ्र ही दोनों भवनों में मरम्मत एवं सुरक्षात्मक कार्य करा दिया जाएगा। इस दौरान जिलाधिकारी ने खण्ड विकास अधिकारी भीमताल को निर्देश दिए कि गांव में जो लोग आवास विहीन हैं उनकी आवास योजना के तहत सर्वे कर शीघ्र भेजा जाए।गांव में आंगनवाड़ी कार्यकर्ती की तैनाती के संबंध में जिलाधिकारी ने जिला कार्यक्रम अधिकारी को आवश्यक कार्यवाही के निर्देश दिए। इस दौरान लथपौड़ा प्राथमिक विद्यालय से हाईटेंशन विद्युत लाईन को हटाए जाने की मांग पर तत्काल विद्युत लाइन अन्यत्र शिफ्ट करने के निर्देश जिलाधिकारी द्वारा अधिशासी अधिकारी विद्युत को दिए। इस दौरान जिलाधिकारी ने अधिशासी अभियंता सिंचाई से कहा कि खूपी गांव में अन्य जितने भी घर हैं जहॉं लोग वर्तमान में रह रहे हैं भविष्य में उन्हें किसी भी प्रकार से खतरा न हो, सुरक्षित रखा जा सकें उन घरों का भी निरीक्षण कर सुरक्षा कार्यों के जो भी प्रस्ताव हैं वह भी तैयार किए जाए।

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