रुद्रप्रयाग। जिले के सोनप्रयाग के एक किमी आगे पहाड़ी से हुए भारी भूस्खलन की चपेट में आकर पांच यात्रियों की मौत हो गई, जबकि तीन घायल हो गए। घायलों को जिला चिकित्सालय में भर्ती किया गया है। जानकारी के अनुसार रुद्रप्रयाग-गौरीकुंड राष्ट्रीय राजमार्ग पर सोनप्रयाग से एक किमी आगे बीते सोमवार देर शाम को हुए भारी भूस्खलन में रेस्क्यू दल ने राहत एवं बचाव अभियान चलाकर आज चार शव को मलबे से निकाला । जबकी एक शव गत रात को ही बरामद कर लिया था। पुलिस ने शवों का पंचनामा भरकर पोस्टमार्टम के लिए भेजा। बता दें कि बीते सोमवार देर शाम को प्रभावित क्षेत्र में भारी भूस्खलन हो गया था। इस दौरान केदारनाथ से दर्शन कर लौट रहे आठ यात्री मलबे की चपेट में आ गए थे। सूचना पर एनडीआरएफ व एसडीआरएफ के जवानों ने त्वरित रेस्क्यू किया और रात को ही सड़क से लेकर मंदाकिनी नदी किनारे तक खोजबीन अभियान चलाया और एक शव बरामद किया । जबकी तीन घायल यात्रियों को रेस्क्यू कर जिला चिकित्सालय रुद्रप्रयाग भेजा गया। जिला आपदा प्रबंधन अधिकारी नंदन सिंह रजवार ने बताया कि बीते 31 जुलाई को अतिवृष्टि से सोनप्रयाग के समीप हाईवे का 150 मीटर हिस्सा भूस्खलन से ध्वस्त हो गया था। तब, से यहां पर रोजाना भूस्खलन से पैदल आवाजाही बाधित हो रही है, साथ ही जानमाल का खतरा बना है। बताया कि बीते सोमवार को सोनप्रयाग से केदारनाथ के बीच भारी बारिश के पूर्वानुमान के चलते शाम से ही यात्रियों को आवाजाही नहीं करने को कहा गया था। बावजूद, कई लोगों ने आवाजाही की, जिस कारण यह दुर्घटना हुई। अपर जिलाधिकारी श्याम सिंह राणा ने बताया कि हादसे के बाद बारिश होने पर भी यात्रियों को पैदल मार्ग पर सुरक्षित स्थानों पर रोकने के निर्देश दिए गए हैं। उन्होंने बताया कि हादसे में मारे गए यात्रियों की पहचान
1. गोपाल (50) पुत्र भक्तराम निवासी जीजोड़ा, पो. राजोद, जिला धार मध्य प्रदेश।
2. दुर्गाबाई खापर (50) पत्नी संघन लाल निवासी नेपावाली, जिला, धार, मध्य प्रदेश।
3. तितली देवी (70) पत्नी राजेंद्र मंडल, निवासी ग्राम वैदेही, जिला धनवा नेपाल।
4. भारत भाई निरालाल (52) पुत्र निरालाल पटेल, निवासी ए-301 सरदार पैलेस करवाल नगर, खटोदरा सूरत, गुजरात।
5. समनबाई (50) पत्नी शालक राम निवासी झिझोरा जिला धार मध्य प्रदेश के रूप में हुई है।