देहरादून। देश के जाने माने व मशहूर आध्यात्मिक धर्मगुरु व महामंडलेश्वर महायोगी पायलट बाबा का निधन हो गया है। जूना अखाड़े के महामंडलेश्वर पायलट बाबा का मुंबई के एक अस्पताल में निधन हो गया। बाबा के निधन पर जूना अखाड़े के अंतरराष्ट्रीय संरक्षक श्रीमहंत हरी गिरी महाराज के निर्देश पर जूना अखाड़े की प्रदेश में स्थित सभी शाखाओं, आश्रमों और मुख्य पीठों पर शोक सभा व शांति पाठ का आयोजन किया जा रहा है। वही जूना अखाड़े ने तीन दिन का शोक घोषित किया गया है। इन तीन दिनों में पायलट बाबा की आत्मा की शांति के लिए शांति पाठ हवन तथा विशेष पूजा अर्चना की जाएगी।पायलट बाबा का जन्म बिहार के रोहतास जिले के सासाराम में एक राजपूत परिवार में हुआ था। इनका पुराना नाम कपिल सिंह था। बाबा काशी हिन्दू विश्वविद्यालय से उच्च शिक्षा प्राप्त की। भारतीय वायु सेना में विंग कमांडर के पद पर चयन हुआ। बाबा 1962, 1965 और 1971 की लड़ाइयां लड़ी। कहां जाता है कि सन 1996 में जब वे मिग विमान भारत के पूर्वोत्तर में उड़ा रहे थे तब उनके साथ एक हादसा हुआ था और उनका विमान से नियंत्रण खो गया था। उसी दौरान बाबा को उनके गुरु हरि गिरी महाराज ने दर्शन दिए और वे सुरक्षित निकल गए। यही वो क्षण था जब बाबा को वैराग्य प्राप्त हुआ और वे सेना की लड़ाई से दूर शांति और अध्यात्म की तरफ प्रवृत्त हो गए। संन्यास लेने से पहले बाबा कुछ दिन तक बॉलीवुड से भी जुड़े रहे, उन्होंने ‘एक फूल दो माली’ में अभिनय भी किया।