देहरादून। मुख्य सचिव राधा रतूड़ी ने 200 करोड़ के उत्तराखण्ड वेंचर फण्ड के तहत राज्य के पर्वतीय क्षेत्रों में स्टार्टअप को प्रोत्साहित करने के निर्देश दिए हैं। उन्होंने उत्तराखण्ड वेंचर फण्ड के तहत ऐसे वैकल्पिक निवेश कोष को वरीयता देने के निर्देश दिए हैं जिनके माध्यम से उत्तराखण्ड की आर्थिकी पर ठोस सकारात्मक प्रभाव दिखे और राज्य में रोजगार सृजन, तकनीकी सांझेदारी और पूंजीगत निवेश को प्रोत्साहन मिले। मुख्य सचिव ने ऐसे निवेश कोष को प्राथमिकता देने पर जोर दिया है, जो राज्य के मुख्य केंद्रित सेक्टरों और उभरती हुई तकनीक में निवेश की रूचि रखते हों। उन्होंने कहा कि अधिकारी पर्वतीय अंचल में कृषि, मत्स्य पालन, बागवानी और दुग्ध उत्पादन से सम्बन्धित स्टार्टअप को स्थापित करने वालों की मदद करें। श्रीमती रतूड़ी ने अधिक से अधिक महिला स्वयं सहायता समूहों व महिलाओं को स्थानीय उत्पादों विशेष रूप से स्थानीय मिलेट्स के उत्पादन और प्रसंस्करण के माध्यम से स्टार्टअप स्थापित करने में सहायता के भी निर्देश दिए।
गौरतलब है कि 200 करोड़ रूपये के उत्तराखण्ड वेंचर फण्ड का मुख्य उद्देश्य राज्य के स्टार्टअप ईकोसिस्टम में निजी क्षेत्र के निवेश को प्रोत्साहित करना, युवाओं को स्वरोजगार स्थापित करने के लिए प्रोत्साहित करना और उत्तराखण्ड में सकारात्मक आर्थिकी और सामाजिक प्रभाव सृजित करना है।