देहरादून। प्रदेश में मौसम बदलने और बारिश होने से वनाग्नि की घटनाएं थम गई हैं। वन विभाग के अनुसार पिछले 24 घंटे में प्रदेश में कहीं भी वनाग्नि की एक भी घटना घटित नहीं हुई है, लेकिन सरकारी तंत्र के साथ विभागीय अफसर-कर्मचारी ग्राउंड पर डटे हुए हैं। इस वर्ष अभी तक गढ़वाल मंडल में सबसे ज्यादा आग की घटनाएं हुई हैं। मसूरी डिवीजन में वनाग्नि की 68 घटनाएं हुई । इसके बाद पौड़ी के सिविल सोयम क्षेत्र में कुल 65 वनाग्नि की घटना हुई । इसके बाद बद्रीनाथ डिवीजन में दावाग्नि की 58 घटनाएं हुई है। दूसरी ओर कुमाऊं मंडल अब तक कुल एक सौ 15 वनाग्नि की घटनाएं रिकॉर्ड की गई है। कुमाऊं मंडल का ही तराई ईस्ट क्षेत्र सबसे ज्यादा आग की लपटों में घिरा रहा। डीएफओ तराई ईस्ट क्षेत्र में कुल 93 घटनाएं हुई है। अल्मोड़ा डिवीजन में दावाग्नि की कुल 76 घटनाएं हुई। कुमाऊं मंडल के चंपावत डिवीजन में भी वनाग्नि की 69 आग घटनाएं घटित हुई। प्रमुख वन संरक्षक डॉक्टर धनंजय मोहन के अनुसार इस वर्ष करीब छह मिमी बारिश हुई है। बारिश न होने से जंगलों में आग की घटनाएं घटित हुई है।
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